● वैवाहिक और सामाजिक आयोजनों में उपस्थित व्यक्तियों की संख्या 50 की जाए।
● रात्रिकालीन कर्फ्यू की अवधि शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक हो जाए।
● ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में धार्मिक मेलों, उत्सवों, जुलूस आदि पर रोक लगा दी जाए।
● सरकारी कार्यालयों की तर्ज पर निजी कार्यालयों में उपस्थिति 75 प्रतिशत कर दी जाए।
● रेस्टोरेंट आदि में केवल टेक-अवे' की सुविधा हो।
● कोचिंग संस्थानों में कक्षाओं पर रोक लगा दी जाए।
● स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को केवल परीक्षा के लिए प्रवेश मिले।
● बसों और अन्य सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या 50 प्रतिशत हो जाए।
आप सभी को हम यह भी बता दें कि इस समय प्रदेश की जो स्थिति है उसे देखते हुए सरकार चिंतित है। ऐसे में बीते दिन बैठक में आए हुए सुझावों को जल्द ही लागू करने की संभावना बढ़ रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं।
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