रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे की ओर से देश को तीन जोनों में बांटा जाएगा, जो इस प्रकार होंगी- रेड, येलो और ग्रीन। रेड जोन वाले इलाकों में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप रहेगा। वहीं, येलो जोन में आंशिक तौर पर संचालन होगा, लेकिन उसको लेकर भी काफी सख्त नियम लागू किए जाएंगे ताकि कोरोना के संक्रमण के खतरे को पूरी तरह से टाला जा सके। ग्रीन जोन रेलवे की ओर से उन इलाकों को घोषित किया जाएगा, जहां कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं। यहां ट्रेनों का सामान्य संचालन किया जा सकता है। हालांकि इन इलाकों में भी कुछ प्रतिबंध जारी रहेंगे।
टीआईओ की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक लॉकडाउन के बाद ट्रेनों के संचालन को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन रेलवे की ओर से लगातार इस बात पर मंथन चल रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कैसे सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। इसके अलावा बिना रिजर्वेशन के यात्रियों को अनुमति न देने, चादर और कंबल की सुविधा को खत्म करने समेत कई अन्य चीजों पर भी रेलवे मैनेजमेंट विचार करने में जुटा है।
गौरतलब है कि 21 दिनों के लॉकडाउन के मद्देनजर रेलवे ने भी 14 अप्रैल तक अपनी सभी सेवाओं को ठप कर रखा है। यही नहीं 15 अप्रैल से ट्रेनें चलेंगी या नहीं, इस पर भी मंत्रालय की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। फिलहाल रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस समेत तीन प्राइवेट ट्रेनों की बुकिंग को 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है।
Post a Comment