बैठक में यूनियन ने डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन के समक्ष यह मांग भी उठाई कि कोरोना वायरस जैसी भयंकर बीमारी के चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को 30 जून तक न बुलाया जाए। यूनियन ने कहा कि सरकारी स्कूल में चंडीगढ़ के अलावा पंचकूला और मोहाली से भी स्टूडेंट्स पढ़ने आते हैं। इसके अलावा सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या भी काफी अधिक है। कोरोना वायरस जैसी बिमारी के चलते सभी बच्चों पर नजर रखना बहुत मुश्किल है।
अगर शिक्षा विभाग के अधिकारी चाहे तो कोरोना वायरस की बीमारी के नियमों को मद्देनजर रखते हुए अध्यापकों को ड्यूटी पर बुला सकते हैं, क्योकि सरकारी स्कूलों में बहुत सारे काम अध्यापकों के बिना कोई नहीं कर सकता। विडियो कांफ्रेंसिग में यूटी कैडर एजुकेशनल इम्पलॉइज यूनियन के प्रधान स्वर्ण सिंह कंबोज, प्रदीप कुमार, सोहन लाल, अमनदीप सिंह, रंजीत पाल, दिनेश पटियाल और परमजीत सिंह राठौर शामिल हुए।
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