संपूर्ण भारत में बच्चो के पैरेंट्स नहीं तो स्टूडेंट का एक मात्र यही बड़ा सवाल है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लोगों के इस सवाल का जवाब दिया है।
बोर्ड समेत कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं, एडमिशन प्रक्रिया थमी हुई है। ये सारी परीक्षा तब ही शुरू हो सकती है जब स्कूल और कॉलेज खुलेंगे। कई लोग अंदाजा भी लगा रहे है की 15 अप्रैल से सारे स्कूल और कॉलेज खोल दिए जाएंगे।
ये बड़े सवाल का अभी अभी सरकार के तरफ से बड़ा जवाब आया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लोगों के इस सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने कहा – ‘स्टूडेंट्स और टीचर्स की सुरक्षा सरकार के लिए सबसे अहम है।
पूरे देश में लगभग 34 करोड़ स्टूडेंट्स है। ये बड़ा आंकड़ा अमेरिका के जनसंख्या से भी जायदा है। ये स्टूडेंट हमरी सबसे बड़ी पूंजी है।
ऐसे में इस वक्त ये फैसला ले पाना बड़ा कठिन है कि लॉकडाउन के तुरंत बाद स्कूल-कॉलेज खोले जाएंगे या नहीं। सरकार ने फैसला लिया है कि 14 अप्रैल की समीक्षा की जाएगी। उसके आधार पर ही ये फैसला होगा पाएगा कि स्कूल-कॉलेज तुरंत खोले जाएंगे या आगे भी कुछ और समय के लिए बंद ही रहेंगे।
इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यदि 14 अप्रैल के बाद भी स्कूल कॉलेज बंद रहते हैं तो यह सरकार सुनिश्चित करेगी किसी भी स्टूडेंट कि पढ़ाई में कोई रुकावट ना आए।
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