कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को पीएम मोदी ने आज नया मन्त्र दिया. इस युद्ध को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे से लड़ रहे हैं और सभी भारतवासियों से पूरा सहयोग मांग रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि ने कहा कि अगर अगले एक हफ्ते में जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आएगा, वहां कुछ शर्तों के साथ जरूरी सेवाओं को शुरू किया जाएगा. इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा.
20 अप्रैल को होगी संक्रमित इलाकों की समीक्षा
आपको बता दें कि 20 अप्रैल के बाद पूरे देश में कोरोना संक्रमित जगहों की समीक्षा की जाएगी और ये तय किया जाएगा कि कहां पर अभी संक्रमण बढ़ रहा है. जिन इलाकों में कोरोना के नए केस नहीं आएंगे वहां कुछ शर्तों के साथ छूट दी जा सकती है.
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उल्लेखनीय तथ्य ये है कि देश के 15 राज्यों के 25 जिलों में 14 दिन से कोई नया केस नहीं आया है जहां 14 दिन पहले तक कोरोना संक्रमण के मामले आते रहे हैं. ऐसे स्थानों को चिन्हित करके कुछ राहत दी जा सकती है लेकिन घर से बाहर निकलने के शेष नियम सख्त होंगे. पीएम मोदी जानते हैं यदि अधिक राहत दे दी गई तो संक्रमण दोबारा फैल सकता है. ये समय सरकार और प्रशासन का साथ देने का है.
अगले छह दिन रहेगी कठोर सख्ती
आपको बता दें कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर कस्बे,हर थाने,हर जिले हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है.
उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे जो हॉटस्पॉट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी,वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है.
किसानों का भी ध्यान रख रही है केंद्र सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार देश भर के किसानों की समस्याओं को लेकर चिंतित हैं और उनकी हर समस्या के निराकरण का काम जारी है. पीएम मोदी ने कहा कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो इसका ध्यान केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा रखा जा रहा है. देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त भंडार है. सप्लाई चेन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही हैं और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम आगे बढ़ रहे हैं.
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