लॉकडाउन के बाद स्कूल-कॉलेजो में ये होगा गर्मी की छुट्टी का पूरा शेड्यूल...

कोरोना की वजह से स्कूलों की छुट्टियां होने के चलते बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्र सरकार सभी स्कूलों और इंस्टीट्यूट्स से कह सकती है कि वह पढ़ाई के दिनों के नुकसान को कम करने के लिए कुछ समय पहले ही गर्मी की छुट्टियां दे दें। यूजीसी का एक पैनल आज यानी सोमवार को मानव संसाधन मंत्रालय को हायर एजुकेशन की ऑनलाइन क्लासेस स्टार्ट करने का सुझाव देगा। सरकार के कुछ सूत्रों के अनुसार मानव संसाधन मंत्रालय राज्यों से आग्रह करेगा कि गर्मी की छुट्टियां जल्दी कर दी जाएं और लॉकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षाएं आयोजित कराई जाएं।


अधिकारियों ने कहा कि उम्मीद है कि 1 अप्रैल से शुरू हुए लॉकडाउन को गर्मी की छुट्टियां माना जाएगा, जो मई के तीसरे हफ्ते तक जा सकती हैं, जिसके बाद पढ़ाई शुरू होगी। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लास चलेंगी और प्रैक्टिकल की क्लास लॉकडाउन के बाद होंगी। वैसे तो ऑनलाइन परीक्षाएं कराने की बात भी हो रही थी, लेकिन कई वजहों से पब्लिक यूनिवर्सिटीज ने कहा कि ऐसा नहीं हो पाएगा। हालांकि, बहुत सी प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ ने ऑनलाइन परीक्षाएं कराने पर विचार करते हुए उसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन में छात्रों के घरों में रहने के दौरान इंस्टीट्यूशन्स से कहा जाएगा कि वह ऑनलाइन क्लास लें। एडमिशन भी ऑनलाइन किए जाने की बात हो रही है। प्रतियोगिता परीक्षाएं जैसे जेईई मेन और एडवांस, एनईईटी यूजी 2020 और यूजीसी-एनईटी की तारीखें पहले ही आगे बढ़ा दी गई हैं और इन्हें और भी आगे बढ़ाया जा सकता है। अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन शेड्यूल भी जुलाई-अगस्त 2020 तक बढ़ सकता है, वो भी तब जब लॉकडाउन मई में खत्म हो जाएगा।
लॉकडाउन की वजह से करीब 20 स्कूल एजुकेशन बोर्ड की परीक्षाओं के नतीजों में देरी होगी। सीबीएसई (CBSE), एनआईओएस (NIOS) और सीआईएससीई (CISCE) को अपनी कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ानी पड़ीं और अब 15 अप्रैल को इस पर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है। हालांकि, कुछ राज्य इसे 30 अप्रैल तक बढ़ाने की बात पहले ही कर चुके हैं, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि स्कूल बोर्ड को लॉकडाउन खत्म होने तक इंतजार करना होगा।
मानव संसाधन मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भी परीक्षाओं की तारीख और आगे बढ़ेगी। सीबीएसई ने तो पहले ही कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए विषयों में कटौती की है, जिनकी परीक्षाएं अभी बाकी हैं। सीबीएसई ने कहा है कि वह 41 में से सिर्फ 29 विषयों की परीक्षाएं आयोजित कराएगा। मानव संसाधन मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक देश में ई-लर्निंग को पिछले दो हफ्ते में काफी सराहना मिली है। करीब 50 से 65 फीसदी हायर एजुकेशन के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।

0/Post a Comment/Comments

Stay Conneted