भविष्य में ई-पास के रूप में हो सकता है, आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केन्‍द्र सरकार ने कोरोना से बचाने के लिए अरोग्‍य सेतु एप लॉन्‍च किया। ये ऐप मोदी सरकार ने तमिलनाडु सरकार के साथ मिलकर लांच किया था। जो लोगों की कोरोना के खिलाफ जंग में मदद करेगा।

एक सप्‍ताह में दो करोड़ लोगों ने करा डाउनलोड

बता दें मात्र एक सप्ताह में आरोग्य सेतु एप को अभी तक दो करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। आरोग्य सेतु स्मार्टफोन के लिए है, आईवीआरएस संस्करण गैर स्मार्टफोन के लिए भी उपलब्ध होता है। उनमें से प्रत्येक एक दूसरे के पूरक होंगे। आरोग्य सेतु एक कोरोना ट्रैकर एप है जो संदिग्ध इलाके में यूजर को जाने से रोकता है। ये लोकेशन आधारित कोरोना वायरस ट्रैकर एप है। एक बार मिस्ड कॉल देने और अपने स्थान की पहचान करने के बाद यह सक्रिय हो जाता है। इस पर आपको सहायता, स्वास्थ्य देखभाल और मार्गदर्शन के सभी विकल्प उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

ई-पास के तौर पर हो सकता है आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल

आरोग्य सेतु एप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई में आरोग्य सेतु एप एक जरूरी हथियार है। उन्होंने कहा कि इस एप का इस्तेमाल कहीं आने जाने के लिए ई-पास के तौर पर होगा। पीएम मोदी ने आरोग्य सेतु एप को अधिक-से-अधिक संख्या में डाउनलोड करने की अपील की है।

आरोग्य सेतु एप का ऐसे कर सकते हैं इस्‍तेमाल

कोरोनावायरस को मात देने के मकसद से केंद्र सरकार ने 'आरोग्य सेतु' नामक मोबइल एप्लीकेशन लॉन्च की है। यह ऐप एंड्रॉइड के साथ ही आईओएस डिवाइस के लिए भी उपलब्ध है।आरोग्य सेतु एप को आप फ्री में गूगल प्ले-स्टोर और एपल के एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप में मोबाइल नंबर के साथ रजिस्टर करना होगा। इसके बाद यह एप आपकी लोकेशन के आधार पर कोरोना से खतरे के प्रति आगाह करेगा। इस एप में ‘सेल्फ असेसमेंट टेस्ट' फीचर भी है जिसकी मदद से आप लक्षण बताकर कोरोना वायरस से संक्रमण के जोखिम के बारे में पता लगा सकते हैं।

ऐप बताता है कि डाक्‍टर के पास जाने की जरुरत हैं या नही

यह एप आपके द्वारा बताए गए लक्षण के आधार पर यह भी बताता है कि आपको टेस्ट कराने और डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है या नहीं। एप में कोरोना को लेकर जारी किए गए सभी प्रदेशों और सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर्स भी दिए गए हैं।

इसलिए सभी के लिए अनिवार्य भी कर सकती है सरकार

सूत्रों के मुताबिक अगर रेलवे यात्रा शुरू होती है तो भी सफर करने के लिए इस ऐप का डाउनलोड करना अनिवार्य किया जा सकता है। ऐप के जरिए सरकार कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करेगी। ऐप पर ब्लूटूथ के जरिए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी होगी। ऐप के जरिए मोबाइल नंबरों की मैपिंग की जाएगी। कई राज्यों ने इस ऐप को डाउनलोड करने के निर्देश दिए है।

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